कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
तुम्हारे लब को छूने का इरादा रोज करता हूँ,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
न जाने उससे मिलने का इरादा कैसा लगता है,
भटका हूँ तो क्या हुआ संभालना भी खुद को होगा।
जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता।
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
अब तक सबने बाज़ी हारी इस दिल को रिझाने में,
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता,
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
नजर तुमसे जो मिल जाये quotesorshayari ज़माना भूल जाता हूँ।